जैन धर्मावलंबियों के प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन में चल रहा सिद्ध चक्र विधान महामंडल का समापन शनिवार को हो गया। कार्यक्रम के अंतिम दिन भारी संख्या में श्रद्घालुओं ने पूजा अर्चना किया। इस दौरान दर्जनाधिक धार्मिक क्रियाएं पूरी की गयी। तड़के ही भक्तगण कार्यक्रम के लिए बनाए गए विशाल पंडाल में जुटने लगे थे। इस क्रम में नित्य पूजा, शांति धारा आदि का आयोजन किया गया। बता दें इस विधान की शुरूआत 15 नवंबर को ध्वजारोहण के साथ हुई थी। उसके बाद धार्मिक कार्यक्रमों का सिलसिला शुरू हो गया। प्रति नित्य पूजा, अभिषेक, शांति धारा, महाराज श्री का प्रवचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि का आयोजन किया गया। वहीं शनिवार को हवन के साथ विधान का समापन हो गया। इस कार्यक्रम का आयोजन श्री सिद्ध आराधक संघ राष्ट्रीय समिति ने किया था। इधर कार्यक्रम को ले मधुबन में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। मधुबन की तमाम धर्मशालाएं खचाखच भरी थी हलांकि कार्यक्रम समाप्त होते ही तीर्थयात्रियों की वापसी का दौर शुरू हो गया।
जैन धर्मावलंबियों के प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन में चल रहा सिद्ध चक्र विधान महामंडल का समापन शनिवार को हो गया। कार्यक्रम के अंतिम दिन भारी संख्या में श्रद्घालुओं ने पूजा अर्चना किया। इस दौरान दर्जनाधिक धार्मिक क्रियाएं पूरी की गयी। तड़के ही भक्तगण कार्यक्रम के लिए बनाए गए विशाल पंडाल में जुटने लगे थे। इस क्रम में नित्य पूजा, शांति धारा आदि का आयोजन किया गया। बता दें इस विधान की शुरूआत 15 नवंबर को ध्वजारोहण के साथ हुई थी। उसके बाद धार्मिक कार्यक्रमों का सिलसिला शुरू हो गया। प्रति नित्य पूजा, अभिषेक, शांति धारा, महाराज श्री का प्रवचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि का आयोजन किया गया। वहीं शनिवार को हवन के साथ विधान का समापन हो गया। इस कार्यक्रम का आयोजन श्री सिद्ध आराधक संघ राष्ट्रीय समिति ने किया था। इधर कार्यक्रम को ले मधुबन में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। मधुबन की तमाम धर्मशालाएं खचाखच भरी थी हलांकि कार्यक्रम समाप्त होते ही तीर्थयात्रियों की वापसी का दौर शुरू हो गया।
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