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शोभायात्रा में शामिल ऐरावत |
मंगलवार को जहां भगवान आदिनाथ का दीक्षाकल्याणक मनाया गया वहीं एक दिन पूर्व यानी सोमवार को जन्मकल्याणक मनाया गया था।जन्मकल्याणक को ले भव्य शोभायात्रा निकाली गयी थी। पंचकल्याणक प्रतिष्ठा को ले मधुबन का माहौल भक्तिमय बना हुआ है। बताते हैं कि आचार्य विद्यासागर जी महाराज एवं मुनि प्रमाण सागर जी महाराज की मंगल प्रेरणा तथा मुनि कुन्थु सागर जी महाराज, एलक सिद्धांत सागर जी महाराज के सान्निध्य में मज्जिनेंद्र आदिनाथ चैबीसी पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव सह विश्व शांति महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। वहीं उपस्थित साधु संतो ने अपने प्रवचन में दीक्षा कल्याणक के बारे में विस्तार से बताया। पंचकल्याणक प्रतिष्ठा को ले भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है।
क्या होता है पंचकल्याणक
जैन धर्म के जानकारों के अनुसार सभी तीर्थंकरों के जीवन में घटित पांच मुख्य घटनाओं को पंचकल्याणक कहा जाता है। और ये कल्याणक क्रमशः गर्भ कल्याणक, जन्म कल्याणक, दीक्षा कल्याणक, केवल ज्ञान कल्याक और मोक्ष कल्याणक हैं। यह वह क्रम है जिससे एक आत्मा परमात्मा बन जाती है।
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