अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रविवार को मधुबन स्थित अरबन हाट में योगाभ्यास किया गया। इस दौरान योग के जानकारों ने न केवल योग के महत्व को बताया बल्कि विभिन्न तरह के आसनों की जानकारी देते हुए योगाभ्यास भी कराया।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को ले आयोजित इस कार्यक्रम में अहले सुबह ही लोग अरबन हाट पहुंच गये थे। सॉशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कई तरह के आसनों का अभ्यास किया गया। इस क्रम में योग प्रशिक्षकों ने बताया कि योग का अर्थ हैं जोड़ना, मिलना और मिलाना। इस शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के युज धातु से हुई है। एक भक्त का भगवान से मिलना योग है। आत्मा का परमात्मा से मिलना योग है। जब एक योगी आत्मसाक्षात्कार करता है उस भाव दशा को योग की दशा कहते है। महर्षि पतंजलि कहते हैं, कि अगर चित्त को एकाग्र किया जाए और अपने स्वरुप में स्थित हुआ जाए तो उस दशा को ही योग कहते है इसी क्रम में योग शिक्षक पंकज कुमार, अरुण रजक ने योग की महत्ता के बारे में बताया।भिन्न भिन्न प्रकार के आसन, प्राणायाम, सर्वांगासन, नौकासन, पवनमुक्तासन, मण्डुकासन, भस्त्रिका, कपालभाति आदि का अभ्यास कराया। साथ ही ‘योग करो निरोग रहो‘, ‘स्वदेशी अपनाएंगे देश को बचाएंगे‘ नारा पर विशेष जोर दिया गया।
बताते चलें कि इस कार्यक्रम का आयोजन पतंजलि योगपीठ हरीद्वार के तत्वावधान में आयोजित किया गया था। आयोजकों (महेंद्र प्रसाद, प्रेम जैन, भरत साव, प्रकाश गुप्ता) के द्वारा अंकुरित अनाज, गुड़, किताब, पेन, बिस्किट आदि का वितरण किया गया।
कार्यक्रम में साक्षी कुमारी, मुस्कान कुमारी, रीना गुप्ता, शोभा गुप्ता, मन्नकी जैन, रधु्नन्दन सिंह, अभिषेक जैन, डॉक्टर ओमप्रकाश, वीर सिन्हा, मुकेश कुमार, जीतु गुप्ता, सुमित, रितेश, विक्की, अर्जित, रौनक, नाथुराम जी समेत कई लोग शामिल हुए।
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