लंबे समय से कोरोना संक्रमण काल के दौरान लॉकडाउन में बंद हुए संकटमोचन का दरबार रविवार से एक बार फिर भक्तजनों के लिए खुल जायेगा। एक लंबें अंतराल के बाद यह मंदिर खुल रहा है और इस सूचना से भक्तों में हर्ष भी है। श्रद्धालुओं के लिए विशेष तौर पर सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींचा गया है। परिसर को नियमित सैनिटाइज करने के अलावा शारीरिक दूरी के अतिरिक्त अन्य सुरक्षा उपाय भी किए जायेंगे ताकि कोरोना संक्रमण को रोका जा सके।
संकट मोचन मंदिर आम भक्तों के लिए खोलना किसी खुशखबरी से कम नहीं है। बताया जाता है कि काशी के प्रसिद्ध मंदिरों में शुमार संकटमोचन मंदिर रविवार 20 सितंबर से आम जनता के दर्शनार्थ खोल दिया जाएगा। हालांकि मंदिर के अंदर दर्शनार्थियों के लिए शर्त यह होगी कि मंदिर में एक बार केवल दस दर्शनार्थी ही संकटमोचन हनुमान जी का दर्शन कर पाएंगे।
इस आशय का एक पत्र सूचना के तौर पर अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने शनिवार को जिलाधिकारी को भेजा है। मंदिर खुलने की जानकारी मिडिया में आ चुकी है। पुरुषोत्तम मास ;आश्विन शुक्ल पक्ष के आरंभ से ही संबंधी शुभ कार्य शुरू हो जाने चाहिए। इसी को ध्यान में रखकर आश्विन मास शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 20 सितंबर रविवार से मंदिर आम जनता के लिए दर्शनार्थ साथ खोल दिया जाएगा हलांकि कुछ पाबंदयिां भी रहेंगी।
दो पालियों में दर्शन होंगे। पहली पाली की अवधि प्रातःकाल छह बजे से पूर्वाह्न साढ़े 10 बजे तक और दूसरी पाली अपराह्न तीन बजे से छह बजे तक ही होगी। इस दौरान आम दर्शनार्थी प्रवेश पा सकेंगे। मंदिर में आरती के समय आम श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित किया गया है। यह भी आवश्यक किया गया है कि मंदिर में एक साथ 10 ही लोग प्रवेश पा सकेंगे। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण मंदिर को 21 मार्च शनिवार से आम दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिया गया था। तब से लेकर अबतक मंदिर में प्रतिदिन भोग व आरती का क्रम मंदिर की तरफ से हो रहा है।
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