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आचार्य विमल सागर जी महाराज |
मंगलवार को यहां कई मंगल कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसी कड़ी में आज के कार्यक्रमों की शुरूआत प्रभातफेरी से की गयी। विमल समाधि परिसर से श्रद्वालुओं का जत्था जुलूस के शक्ल में मधुबन भ्रमण किया। प्रभात फेरी के दौरान विमल भजन व अन्य भक्ति गीतों से मधुबन का वातावरण भक्तिमय हो गया था। हलांकि, इस वर्ष की यह प्रभातफेरी कोरोना काल से खासा प्रभावित दिखी। जहां हर वर्ष प्रभात फेरी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ती थी वहीं इस बार बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या बहुत कम थी।
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विमल समाधि |
प्रभातफेरी के बाद कई धार्मिक क्रियाएं पूरी की गयी। कार्यक्रमों की श्रृंखला में ध्वजारोहण, आचार्य श्री का पंचामृत अभिषेक, गुरूपूजन, मंगल आरती, भजन व रात्रिजगारण तथा संास्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शाम में भजन व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। वहीं एक दिन पूर्व यानी इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के प्रथम दिन आचार्य श्री का अभिषेक, विमल सागर विधान, मंगल आरती, भजन संध्या आदि का आयोजन किया गया।
बताया जाता है कि बुधवार यानी महोत्सव के अंतिम दिन प्रक्षालपूजा विधान, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि का आयोजन किया जायेगा। महोत्सव को ले कार्यक्रम स्थल का आकर्षक ढंग से सजाया संवारा गया है। रात में इसकी सुंदरता कई गुणा बढ़ जाती है। साज-सज्जा देखते ही बनता है। बताते हैं कि कार्यक्रम का आयोजन वात्सल्य रत्नाकर आचार्य विमलसागर जन कल्याण ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है।
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