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देवघर मंदिर(फाइल फोटो) |
अगर आप बाबा बैद्यनाथ मंदिर जा रहे हैं तो एक बार आश्वस्त हो लें कि कहीं आपके पास थर्माकोल तो नहीं। अब द्वादश ज्योर्तिलिंगों में से एक झारखंड के देवघर स्थित बैद्यनाथ धाम में थर्माकोल पर पाबंदी लग गयी है। जिला प्रशासन ने निर्देश दिया है कि दस मार्च से कोई भी मंदिर में थर्माकोल का प्रयोग नहीं कर सकता। अगर कोई थर्माकोल मंदिर परिसर में ले जाता है या फिर थर्माकोल का प्रयोग करते हुए पकड़ा जाता है तो फिर उसे जुर्माना देना होगा।
देवघर उपायुक्त दिया दिशा- निर्देश
देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ एक बैठक कर यह दिशा निर्देश दिया। साथ ही कहा कि लोगों को जागरूक करने की जरूरत है कि वे थर्माकोल लेकर मंदिर परिसर प्रवेश न करंे। दस मार्च से मंदिर प्रांगण में थर्माकोल पूर्णतः प्रतिबंधित हो जायेगा। वहीं अगर कोई थर्माकोल का प्रयोग करते हुए दिखा तो उसे दो सौ रूप्ये का जुर्माना भरना होगा। इस नियम का अक्षरशः पालन हो सके इसके लिए दुकानदारों से भी अपील की गयी है कि वे ग्राहकों को थर्माकोल न दें साथ ही साथ उन्हें अवगत करायें कि थर्मकोल मंदिर परिसर में प्रतिबंधित है। थर्माकोल के बजाय पत्तों से बनें प्लेट, कपड़ों का बैग व अन्य वैकल्पिक समानों का उपयोग करने हेतु प्रेरित करें।
थर्माकोल पर पाबंदी क्यों
बताया जाता है कि प्लास्टिक की तरह ही थर्माकोल से बनी सामग्री स्वास्थ्य व पर्यावरण के लिए हानिकारक है। ये आसानी से अपघटित नहीं होते लिहाजा मिट्टी व पर्यावरण सालों तक प्रदुषित रहते हैं।
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